आज मैं आप को एक बहुत ही महान इंसान पर निबंध लिख के देने वाला हु। Essay on APJ abdul kalam in Hindi में लिखूंगा।एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध लिखने में मुझे ही ज्यादा गर्व हो रहा है। क्युकी ये हमारे देश की शान थे। Essay on APJ abdul kalam in Hindi इनपे निबंध लिखने के लिए आप को स्कूल या कॉलेज से मिला होगा तभी आप मेरे इस ब्लॉग की ओपन किए हो ।
तो चलिए लिखते है APJ Abdul Kalam essay in Hindi
Table of Contents
एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध | Essay on APJ abdul kalam in Hindi in 100,300 and 500 words
100 शब्दो मे एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध | APJ Abdul Kalam essay in Hindi in 100 words
एपीजे अब्दुल कलाम हमारे देश की शान थे। उन्होंने हमारे देश को मिशाइल प्रदान की थी। उनको हमारे देश में मिशाइल मैन के नाम से जाना जाता था। इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 में हुआ था। ये एक बहुत बड़े वैज्ञानिक के रूप में पूरे देश में विख्यात थे।
इन्होंने लोगो को बहुत सिखाया की चाहे आप के जीवन की परिस्थितियां कितनी भी विपरीत हो अगर आप एक बार अपने मन में कुछ करने की ठान लेते है तो आप उस कार्य को कर सकते है।
एपीजे अब्दुल कलाम भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। इनके पिता जी का नाम जैनुलाब्दीन था ये ज्यादा पढ़े नही थे और ना ही इनके स्पेस बहुत अधिक पैसे थे। ये अपनी नाव को मछुहारो को किराए पे देने का काम किया करते थे।
300 शब्दो में एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध | APJ Abdul Kalam essay in Hindi in 300 words
एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में तमिलनाडु के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनके पिता जी का नाम जैनुलाब्दीन था। एपीजे अब्दुल कलाम जी हमारे देश के बहुत की प्रख्यात वैज्ञानिक थे। इन्होंने हमे यह सिखाया की चाहे आप के जीवन में कितनी भी परिस्थितियां खराब क्यों ना हो अगर आप में अपने मन में ठान लिया है की आप को कोई कार्य पूरा करना है तो आप उस कार्य को अवश्य पूरा कर पाओगे।
एपीजे अब्दुल कलाम जी के घर में 5 भाई और 5 बहन थी ये सब एक की साथ रहा करते थे। एपीजे अब्दुल कलाम जी के पिता जी का हमारे मिसाइल मैन के जीवन में बहुत प्रभाव था, उनके पिता जी भले ही पढ़े लिखे भी थे लेकिन उनके संस्कार हमारे एपीजे अब्दुल कलाम जी के अंदर बहुत थे।

इनके पास अपनी आरंभिक पढ़ाई शुरू करने के लिए पैसे नही थे। वो अपनी आरंभिक पढ़ाई की शुरुआत करने के लिए न्यूजपेपर बेचने का कार्य शुरू किया था। हमारे देश में जब पहली बार 1974 में मूल परमाणु और 1998 में पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण मैं बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हमारे देश का सबसे सर्वोत्तम पुरस्कार भारत रत्न भी हमारे डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को मिला था। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी कक्षा पांचवी में थे तब उनके अध्यापक क्लास में पक्षी उड़ने के तरीके के बारे में सिखा रहे थे लेकिन विद्यार्थियों के उनके द्वारा समझाए जानेपर भी छात्रों को समझ में नहीं आया तब वह उन सबको समुद्री तट पर पक्षियों को उड़ते हुए दिखाने के लिए लेकर गए तभी से हमारे एपीजे अब्दुल कलाम जी ने यह तय कर लिया था कि उनको विमान उड़ाना है।
इन्होंने हमारे भारत देश को अग्नि मिसाइल, पृथ्वी मिसाइल और भी कई प्रकार के अन्य मिसाइलों से अवगत कराया है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी शाकाहारी भोजन खाना पसंद करते थे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी कुरान और भगवत गीता दोनों का अध्ययन करते थे ऐसा लोगों द्वारा कहा जाता है।
500 शब्दों में एपीजे अब्दुल कलाम पर निबंध | apj abdul kalam essay in hindi in 500 words
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी का जन्म 15 अक्टूबर 1931 में हुआ था। वह तमिलनाडु के रहवासी थे। उनके जीवन में बहुत सारी समस्याएं थी फिर भी वह आज हमारे युवा पीढ़ियों मैं बहुत सारे लोगों से प्रेरणा लेते हैं। तो हमारे देश के बहुत ही प्रसिद्ध प्रख्यात वैज्ञानिक थे जिन्होंने हमारे देश को अग्नि मिसाइल, पृथ्वी मिसाइल जैसी मिसाइलों से अवगत कराया है।
एपीजे अब्दुल कलाम जी के पिताजी का नाम जैनुलाब्दीन था उनके पांच भाई और पांच बहने थे इन सब के पास ऐसे और उनकी जिंदगी जीने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे यह सभी भाई-बहन एक साथ अपने माता पिता के साथ रहते थे।
एपीजे अब्दुल कलाम जी की आरंभिक पढ़ाई के लिए भी उनके पास पर्याप्त धन ना होने की वजह से वह अपनी आरंभिक पढ़ाई शुरू करने के लिए न्यूज़पेपर बेचा करते थे। वह अक्सर लोगों को प्रेरणा देते थे कि आपके जीवन में चाहे जितनी भी कठिनाइयां क्यों ना हो अगर आप अपने मन में कोई कार्य करने की ठान लेंगे तो आप उस कार्य को पूरा कर सकते हैं।

एपीजे अब्दुल कलाम जी के पिता बहुत अधिक पढ़े लिखे नहीं फिर भी उनका प्रभाव कलाम जी के जीवन में बहुत अधिक था। उन्होंने यह कहा था कि आप जितना बड़ा सपना देखेंगे आप इतनी बड़ी उड़ान भर पाएंगे।
जब एपीजे अब्दुल कलाम कक्षा 5 में पढ़ते थे तब से उन्होंने यह सोचा था कि वह विमान उड़ाएंगे। भारत देश ने जब पहली बार 1974 में मूल परमाणु और 1998 में पोखरन द्वितीय परमाणु का परीक्षण किया तब डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम उसमें संचालक बनकर अपने बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी भारत के 11 राष्ट्रपति थे जो सन 2002 से 2007 तक राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला था। वह अपने जीवन में इतनी ज्यादा सफल हुए कि वह डीआरडीओ और इसरो में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। हमारे देश का सबसे सर्वोत्तम और सम्मानजनक पुरस्कार भारत रत्न बी ए पी जे अब्दुल कलाम जी को दिया गया है इसी तरीके से और भी कई सम्मानों से पुरस्कृत किए गए हैं।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम को भारत में मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता है वह आज की युवाओं के लिए प्रेरणा जनक मनुष्य है आज की पीढ़ीया उनसे प्रेणना लेती है। उनके जीवन में इतनी सारी कठिनाइयां होने के बावजूद भी वह आज एक भारत के महान पुरुष बने।
उनको भारतीय रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में सन 1992 में नियुक्त किया गया था। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को 1970 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया जो हमारे देश का सबसे सर्वोत्तम सम्मान माना जाता है।
इन्होंने हमारे भारत देश को अग्नि मिसाइल, पृथ्वी मिसाइल और भी कई प्रकार के अन्य मिसाइलों से अवगत कराया है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी शाकाहारी भोजन खाना पसंद करते थे। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी कुरान और भगवत गीता दोनों का अध्ययन करते थे ऐसा लोगों द्वारा कहा जाता है।
निष्कर्ष
एपीजे अब्दुल कलाम जी हमारे भारत देश के बहुत ही सम्मानजनक और प्रेरणादायक पुरुष थे उन्होंने हमारे देश में बहुत सारे उपलब्धियां प्राप्त की थी उनको भारत में मिसाइल मैन के नाम से भी जाना जाता था।
दोस्तों essay on APJ Abdul Kalam in hindi मैं यह निबंध अगर आपके लिए थोड़ा भी मददगार रहा हो तो आप कमेंट अवश्य करें। अगर आपको ए पी जे अब्दुल कलाम पर निबंध से जुड़े कोई सवाल है तो आप वह भी पूछ सकते हैं। मैं आशा करता हूं कि आप को essay on APJ Abdul Kalam in Hindi यह पसंद आया होगा।
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